hanuman chalisa Things To Know Before You Buy
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भावार्थ – वीर हनुमान जी का निरन्तर जप करने से वे रोगों का नाश करते हैं तथा सभी पीड़ाओं का हरण करते हैं।
बिना श्री राम, लक्ष्मण एवं सीता जी के श्री हनुमान जी का स्थायी निवास सम्भव भी नहीं है। इन चारों को हृदय में बैठाने का तात्पर्य चारों पदार्थों को एक साथ प्राप्त करने का है। चारों पदार्थों से तात्पर्य ज्ञान (राम), विवेक (लक्ष्मण), शान्ति (सीता जी) एवं सत्संग (हनुमान जी) से है।
तुम्हरो मन्त्र विभीषन माना। लंकेश्वर भये सब जग जाना॥
PranayamaPranayama are respiratory physical exercises made by the ancient yogis for purification. Prana translates into “daily life drive energy” and Yama translates into “Manage or mastery of”. Consequently, Pranyama is applied to manage, cultivate, and modify the Prana in the human body. Prana is taken in in the air we breathe, and For the more info reason that pranayama routines increase the amount of air we choose in, In addition they improve our intake of Prana.
Increases concentration and Concentration: The prayer’s rhythmic verses and melodious tune Have got a relaxing impact on the Mind, enabling superior focus and a heightened capacity to focus on duties at hand.
अर्थ - हे हनुमान जी! विचार करने में, कर्म करने में और बोलने में, जिनका ध्यान आप में रहता हैं, उनको सब संकटों से आप छुड़ाते हैं।
संकट ते हनुमान छुड़ावै। मन क्रम वचन ध्यान जो लावै॥
महाबीर जब नाम सुनावै ॥२४॥ नासै रोग हरै सब पीरा ।
भावार्थ – आप सारी विद्याओं से सम्पन्न, गुणवान् और अत्यन्त चतुर हैं। आप भगवान् श्री राम का कार्य (संसार के कल्याण का कार्य) पूर्ण करनेके लिये तत्पर (उत्सुक) रहते हैं।
व्याख्या – भजन का मुख्य तात्पर्य यहाँ सेवा से है। सेवा दो प्रकार की होती है, पहली सकाम, दूसरी निष्काम। प्रभु को प्राप्त करने के लिये निष्काम और निःस्वार्थ सेवा की आवश्यकता है जैसा कि श्री हनुमान जी करते चले आ रहे हैं। अतः श्री राम की हनुमान जी जैसी सेवा से यहाँ संकेत है।
व्याख्या – रोग के नाश के लिये बहुत से साधन एवं औषधियाँ हैं। यहाँ रोग का मुख्य तात्पर्य भवरोग से तथा पीड़ा का तीनों तापों (दैहिक, दैविक, भौतिक) से है जिसका शमन श्री हनुमान जी के स्मरण मात्र से होता है। श्री हनुमान जी के स्मरण से निरोगता तथा निर्द्वन्द्वता प्राप्त होती है।
In Your arms, glow a mace along with a flag of righteousness. A sacred thread adorns Your suitable shoulder.
For numerous, the standard chanting on the Hanuman Chalisa gets a method of meditation, aiding in the development of focus, and eventually resulting in a better amount of spiritual awakening.
[Bhoota=Evil spirits, Pishaacha=ghost; nikata=near; nahi=don’t; avai=come; mahabira=maha+bira=excellent+brave; jaba=when; naama=name; sunavai=read]
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